सोमवार, 3 अक्तूबर 2011

दौड़ जीवन की

कुछ लोग दौड़ रहे हैं
बिना यह जाने कि
बहुत तेज दौड़ने से
जिंदगी भी हाँफने लगती है

फिर भी
जारी है दौड़ जीवन की
जारी है स्पर्धा
एक-दूसरे से आगे निकल जाने की

कुछ के लिए नियम अहम है
कुछ के लिए मात्र सफल होना
कुछ इन दोनों से परे हैं
जिंदगी में वे हरदम हरे हैं

कुछ बहुत तेजी से दौड़ रहे हैं

कुछ के दिमाग में
आकार ले रही हैं शातिर योजनाएं

कुछ अब सुस्ता लेना चाहते हैं
बहुत हो गया - दौड़ लिया
क्या जरुरी है
जीवन भर सब दौड़े ही

थके हुए
दर्शक बनने को उतावले हैं

जीवन की दौड़ फिर भी जारी है

ध्यान से देखें
इस क्रम में
आप भी कहीं शामिल हैं




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